BIG NEWS
- EC ने UP SIR शेड्यूल में बदलाव किया; ड्राफ्ट लिस्ट 6 जनवरी को, 6 फरवरी तक दावे और आपत्तियां आमंत्रित
- बांग्लादेश के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बीच खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे जयशंकर
- प्रियंका गांधी के बेटे रेहान वाड्रा ने अपनी लॉन्गटाइम गर्लफ्रेंड अवीवा बेग से की सगाई
- बांग्लादेश की पहली महिला प्रधान मंत्री और हसीना की प्रतिद्वंद्वी खालिदा जिया का 80 वर्ष की आयु में निधन
- श्री बांके बिहारी जी प्रबंधन ने भक्तों से की अपील, 5 जनवरी तक वृन्दावन मंदिर में आने से बचने को कहा
- सुप्रीम कोर्ट ने 20 नवंबर के फैसले पर लगाई रोक, अरावली पहाड़ियों और पर्वतमालाओं की परिभाषा पर विचार फिर से
- कुलदीप सेंगर को बड़ा झटका,उम्रकैद की सज़ा निलंबित करने वाले दिल्ली HC के आदेश पर लगी सुप्रीम रोक
- चंडीगढ़ में टॉप 10 ‘डिजिटल अरेस्ट’ घोटालों में से 8 के शिकार सीनियर सिटीजन हैं, डेटा से खुलासा
- अजित पवार ने की चाचा शरद के साथ स्थानीय चुनावों के लिए गठबंधन की घोषणा
- भैंस के दूध से बनी दही खाने के बाद UP के करीब 200 ग्रामीणों को लगे रेबीज के टीके, वजह जानें
राजस्थान बजट 2022: 1 जनवरी 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को मिलेगा पुरानी पेंशन योजना का लाभ
Public Lokpal
February 23, 2022
राजस्थान बजट 2022: 1 जनवरी 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को मिलेगा पुरानी पेंशन योजना का लाभ
जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज राज्य का बजट 2022-23 पेश किया और घोषणा की कि 1 जनवरी 2004 को या उसके बाद नियुक्त राजस्थान सरकार के सभी कर्मचारी अगले साल से पहले (पुरानी पेंशन योजना) की तरह पेंशन योजना के हकदार होंगे।
मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत के तीसरे कार्यकाल का यह चौथा बजट था। गहलोत के पास वित्त विभाग है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शहरों में रोजगार के लिए इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना लागू करने की घोषणा की। अगले साल से शहरी क्षेत्रों को मनरेगा की तर्ज पर 100 दिन का रोजगार मिलेगा। इस पर 800 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इसके साथ ही मनरेगा में रोजगार के 100 दिन बढ़ाकर 125 दिन करने की घोषणा की गई है। इस पर 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसका खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। मनरेगा भारतीय श्रम कानून और सामाजिक सुरक्षा उपाय है जिसका उद्देश्य 'काम का अधिकार' है। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की सुरक्षा बढ़ाने के लिए एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 100 दिन का रोजगार प्रदान करना है।
इसके साथ ही 1 करोड़ 33 लाख महिलाओं को स्मार्ट फोन देने और कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 2022-23 में डिस्ट्रीक्ट लेवल कमेटी रेट (डीएलसी) 10 फीसदी की जगह केवल 5 फीसदी बढ़ेगी। इसके साथ ही गहलोत ने ऑनलाइन गेम को रेगुलेट करने के लिए कानून लाने की घोषणा भी की है।
बजट की ख़ास बातें-
कर्मचारी:
- 1 जनवरी 2004 और उसके बाद नियुक्त सभी कर्मचारियों को नई पेंशन की जगह पुरानी पेंशन मिलेगी।
- रिटायर्ड होने पर अब कर्मचारियों को पूरी पेंशन मिलेगी। अंशदायी पेंशन योजना खत्म। 2004 से पहले वाली पुरानी पेंशन प्रणाली फिर से बहाल होगी। वेतन की आधी पेंशन मिलेगी। नई पेंशन सिस्टम में कर्मचारी को खुद पैसा कटवाना होता था। अब पुरानी पेंशन बहाल।
- 1 अप्रैल 2022 से संविदाकर्मियों की सैलरी 20 फीसदी बढ़ेगी।
युवा-रोजगार:
- दिल्ली के उदयपुर हाउस में 500 युवाओं के लिए 300 करोड़ की लागत से नेहरू यूथ ट्रांजिट हॉस्टल एंड फेसिलेशन सेंटर बनेगा। इस सेंटर में दिल्ली में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवा ठहर सकेंगे।
- जुलाई 2022 में होगी रीट परीक्षा, पुराने अभ्यर्थियों को फीस नहीं देनी होगी। पहले की तरह ही मुफ्त यात्रा और सुविधाएं मिलेंगी।
- अगले साल सरकारी विभागों में 1 लाख पदों पर भर्तियां होंगी। मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम योजना लागू होगी, इसके तहत 20 हजार महिलाओं को घर बैठे रोजगार दिया जाएगा।
- CISF की तर्ज पर RISF के गठन की घोषणा। इसके तहत 2000 हजार सुरक्षाकर्मियों की भर्ती होगी। इनकी तैनाती रीको जैसे इंडस्ट्रियल एरिया में की जाएगी।
- राजस्थान दलित आदिवासी उद्यम प्रोत्साहन योजना 2022 शुरू करने की घोषणा। इसमें 100 करोड़ की लागत से इंक्यूबेशन सेंटर खुलेंगे। वंचित वर्ग के लोगों को इंडस्ट्री शुरू करने के लिए 25 लाख तक सब्सिडी मिलेगी। वंचित तबकों को इंडस्ट्री शुरू करने के लिए कई सुविधाएं दी जाएंगी।
कृषि बजट
- मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना का बजट 2 हजार करोड़ से बढ़ाकर 5000 करोड़ किया। संभाग मुख्यालयों पर माइक्रो इरिगेशन का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा।
- राजस्थान ऑर्गेनिक फार्मिंग मिशन शुरू होगा। मुख्यमंत्री जैविक खेती मिशन शुरू होगा। राजस्थान में संरक्षित खेती मिशन शुरू होगा, ग्रीन हाउस, शेडनेट हाउस में खेती के लिए टीएसपी क्षेत्र के किसानों को 25 फीसदी एक्सट्रा अनुदान मिलेगा। अगले 2 साल में 20 हजार किसानों को 400 करोड़ का अनुदान मिलेगा। पहले साल 10 हजार किसानों को फायदा।
- मिलेट प्रोसेसिंग यूनिट के लिए 40 करोड़ अनुदान मिलेगा। जोधपुर में बाजरे का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनेगा।
- राजस्थान फसल सुरक्षा मिशन शुरू होगा। 35 हजार किसानों को खेतों की तारबंदी के लिए अनुदान मिलेगा। राजस्थान फसल सुरक्षा मिशन शुरू होगा। 35 हजार किसानों को खेतों की तारबंदी के लिए अनुदान मिलेगा।
- सभी जिलों में किसानों को सिंचाई के लिए दिन में बिजली अनुदान मिलेगा। इस साल 20 हजार करोड़ के सहकारी फसली कर्ज बांटे जाएंगे, 5 लाख नए किसानों को फसली कर्ज दिए जाएंगे - 1 लाख अकृषि परिवारों को भी कर्ज मिलेगा। - किसानों के लिए ड्रोन खरीदेगी सरकार, ड्रोन से कीटनाश्कों का स्प्रे करवाया जाएगा। एफपीओ को ड्रोन दिए जांगें। एफपीओ से किसान ड्रोन किराए पर ले सकेंगे।
बिजली
- 50 यूनिट मुफ्त बिजली।
- सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 150 यूनिट तक 3 रुपए और 150 से 300 यूनिट तक 2 रुपए।
- इससे ऊपर के कंज्यूमर को भी स्लैब के हिसाब से लाभ। इस पर 4000 करोड़ का खर्च होगा।
स्वास्थ्य
- चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना में 10 लाख तक का कवर मिलेगा। कॉकलियर इंप्लांट सहित कई गंभीर बीमारियां भी जोड़ी। जरूरतमंद व्यक्तियों का कलेक्टर चिरंजीवी स्वास्थ्य कार्ड के बिना भी फायदा दिला सकेंगें
- सरकारी अस्पतालों में आउटडोर और इनडोर में हर तरह का इलाज कैशलेस, कोई पैसा नहीं लगेगा।
- मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा की घोषणा, 5 लाख तक का एक्सीडेंट कवर मिलेगा।
- अगले साल 18 बचे हुए 18 जिलों में नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे, सभी जिलों में नर्सिंग कॉलेज होंगें। एसएमएस अस्पताल, जयपुर में 5 नए विभाग, रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी, 300 करोड़ खर्च होंगे।
- अगले साल अजमेर, जोधपुर और कोटा में नए मेडिकल इंस्टीट्यूट पर 250 करोड़ खर्च होंगे।
- 1000 उपस्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे, 50 उप स्वास्थ्य केंद्रों को क्रमोन्न्त करते हुए 100 नए पीएचसी खुलेंगे।
- जयपुर के एचसीएम रीपा में स्टेट रोड सेफ्टी इंस्टीट्यूट खुलेगा। रोड सेफ्टी एक्ट लाया जाएगा।
इंडस्ट्री:
- पचपदरा में 383 वर्ग किलोमीटर पेट्रोकेमिकल इंवेस्टमेंट रीजन बनेगा, इसके विकास के लिए 1000 करोड़ खर्च होंगे।
- सीआईएसएफ की तर्ज पर राजस्थान इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स आरआईएसएफ का गठन होगा, इस पर 2000 भर्तियां होंगी।
- पर्यटन को इंडस्ट्री का दर्जा दिया जाएगा।
- निवेश प्रोत्याहन योजना का लाभ एक साल और बढ़ाया।
- अब एमएसएमई सेक्टर के उद्योगों को 5 साल तक किसी तरह की सरकारी मंजूरी की जरूरी नहीं होगी , यह अवधि पहले 3 साल थी।
- निजी क्षेत्र में खुलने वाली स्पोर्ट्स एकेडमी को निवेश प्रोत्साहन योजना का लाभ मिलेगा, 1 करोड़ तक की कैपिटल सब्सिडी, रिप्स 19 के लाभ मिलेंगे।
- राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना- 2022 लाने की घोषणा, इंडस्ट्री को कई सुविधाएं दी जाएगी।
- राजस्थान रूरल टूरिज्म स्कीम लाई जाएगी। इसमें स्टांप ड्यूटी में पूरी छूट मिलेगी। इन यूनिट्स को कस्टमाइज्ड पैकेज मिलेगा। कर्ज पर सब्सिडी मिलेगी।
शिक्षा :
- 3800 सेकेंडरी स्कूल सीनियर सेकेंडरी में क्रमोन्नत करने की घोषणा। - रेगिस्तानी जिलों में 200 नए प्राइमरी स्कूल खोले जाएंगे।
- जेएलएन मार्ग जयपुर की शिक्षण संस्थाओं को मिलाकर एजुकेशन हब बनेगा। 250 करोड़ खर्च होंगे। पोद्दार स्कूल, राधाकृषण लाइब्रेरी एजुकेशन हब के हिस्से होंगे।
- पैरा ओलिंपिक पदक विजेताओं को भी ओलिंपिक पदक विजेताओं की तरह ही जमीन और दूसरी सुविधाएं दी जाएंगी।
- 19 जिलों में 36 गर्ल्स कॉलेज खुलेंगे।
सामाजिक क्षेत्र:
- आर्थिक पिछड़ों के लिए 100 करोड़ ईडब्ल्यूएस कोष का गठन होगा।
- 1 करोड़ 33 लाख महिलाओं को स्मार्ट फोन देगी सरकार।
- मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना शुरू योजना होगा। इसमें 33 लाख चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखिया को - 3 साल की इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ स्मार्ट फोन दिए जाएंगे।
- गैर अधिस्वीकृत पत्रकारों को भी अब कोविड पैकेज का लाभ मिलेगा। गैर अधिस्वीकृत पत्रकारों की कोविड से मौत पर 50 लाख का पैकेज मिलेगा।
अब ईस्टर्न कैनाल खुद बनाएगी गहलोत सरकार
- ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट के लिए ईआरसीपी कॉर्पोरेशन बनेगा, ईआरसीपी के लिए 9600 करोड़ का प्रावधान। नोदरा, ईशरदा लिंक का काम हाथ में लिया जाएगा। ईस्टर्न कैनाल का काम अब राजस्थान सरकार ने खुद हाथ में लेने का फैसला किया है।
- भूमिहीन कृषि मजदूरों को 5000 रुपए की सहायता देगी सरकार।
आधारभूत ढांचा:
- हर विधानसभा क्षेत्र में 10 करोड़ की लागत से सड़कों की मरम्मत होगी। विधायकों के क्षेत्र में सड़कों की मरम्मत होगी। 2000 करोड़ खर्च होंगे।
- 750 करोड़ की लागत से जयुपर में अजमेर रोड, दिल्ली रोड पर सेटेलाइट बस स्टेशन बनेंगे। सिंधी कैंप बस स्टेंड को इंटरस्टेट बस टर्मिनल के तौर पर विकसित किया जाएगा।
- पिछड़े क्षेत्रों के विकास के लिए 100 करोड़ की योजना।
सुरक्षा व्यवस्था
- 500 पुलिस मोबाइल यूनिट बनेंगी, पुलिस अभय कमांड के कैमरे बढ़ाकर 30 हजार होंगे। - कमर्शियल सेंटर्स पर सीसीटीवी अनिवार्य करके उन्हें अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जाएगा। - सेंटर फॉर साइबर सिक्योरिटी खुलेगा। - हर जिले में साइबर थाने खोले जाएंगे। - 10 से ज्यादा नए पुलिस थाने खुलेंगे, चौकियों को थानों में क्रमोन्न्त करने की घोषणा। - जोधपुर हाईकोर्ट परिसर में बार काउंसिल के लिए 7 करोड़ की लागत से भवन बनेगा।



.jpeg)







