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पहले आर्थिक मदद फिर पक्ष–विपक्ष से अनुदान के इंतजार में वो हार गया जिंदगी की जंग
Public Lokpal
June 23, 2024
पहले आर्थिक मदद फिर पक्ष–विपक्ष से अनुदान के इंतजार में वो हार गया जिंदगी की जंग
लखनऊ: इंसानियत के हार की एक ऐसी दर्दनाक घटना जो देश की सियासी व्यवस्था पर एक प्रश्नचिन्ह भी है।कहानी है जौनपुर जिले के ग्राम भोईला के रहने वाले सोनू कुमार की जिन्होंने पिछले दिनों आत्महत्या का प्रयास किया। परिजनों ने सोनू को बनारस के कई सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया जहाँ से जवाब मिलने के बाद परिजनों ने सोनू को निजी अस्पताल में भर्ती कराया। परिजनों ने निजी अस्पताल में सोनू को इलाज के लिए भर्ती तो कराया पर इलाज कराने का पैसा उनके पास नही था।
परिजनों ने मदद के लिए पहले मुख्यमंत्री राहत कोष और फिर विफल रहने पर सपा के एक वरिष्ठ नेता से मदद की गुहार लगायी। कई दिनों तक आर्थिक मदद के इंतजार में बैठे सोनू ने आखिरकार अपनी सांसे तो छोड़ दी और मृत्यु को गले लगा लिया लेकिन एक बहुत ही बड़ा यक्ष प्रश्न सत्ता और विपक्ष के लिये छोड़ गया ।
क्या सत्ता और विपक्ष की मदद सिर्फ उनको ही मिलेगी जिनके पीछे मीडिया का भोंपू हो? इस राज्य का एक आम वोटर, क्या उसे ये नैतिक हक़ नही है कि अपनी विषम आर्थिक परिस्थितियों में वो सत्ता या विपक्ष से आर्थिक मदद प्राप्त कर सकें?