BIG NEWS
- झारखंड सीएम हेमंत सोरेन के नाम से फर्जी कॉल, इस डिप्टी सीएम व उनकी पत्नी को बनाया निशाना, एफआईआर दर्ज
- दिल्ली विस्फोट की जाँच में अल-फ़लाह विश्वविद्यालय से जुड़े 25 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी
- बिहार में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को, प्रधानमंत्री मोदी के शामिल होने की उम्मीद
- जिम कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व में तीन महीने में ध्वस्त हों सभी अनधिकृत ढांचे, सुप्रीम कोर्ट का आदेश
- मदीना बस दुर्घटना: 45 भारतीयों की मौत, केवल एक जीवित बचा
- बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को मौत की सजा
- क्रीमी लेयर को आरक्षण में शामिल न करने के विचार को मिला मुख्य न्यायाधीश गवई का भी समर्थन
- तो इस दिन आ रही है पीएम-किसान योजना की 21वीं किस्त !
- उत्तर प्रदेश में बुजुर्गों को अपने आप मिलने लगेगी पेंशन, 8 लाख से अधिक को लाभ
- बिजली बिल राहत योजना–2025 में बकाया बिजली बिल का सरचार्ज माफ, एकमुश्त भुगतान पर 25 फीसदी मिलेगी छूट
दिल्ली में यमुना का जलस्तर 207 मीटर के पार, बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय तक पहुँचा
Public Lokpal
September 04, 2025
दिल्ली में यमुना का जलस्तर 207 मीटर के पार, बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय तक पहुँचा
नई दिल्ली: दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर सुबह 7 बजे 207.48 मीटर था, जबकि उफनती नदी का पानी आस-पास के इलाकों में लगातार भर रहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सुबह 6 बजे से 7 बजे के बीच जलस्तर 207.48 मीटर पर स्थिर रहा।
सुबह 5 बजे जलस्तर 207.47 मीटर था, जबकि सुबह 6 बजे यह 207.48 मीटर पर था।
अधिकारियों के अनुसार, सुबह 2 बजे से 5 बजे के बीच जलस्तर 207.47 मीटर पर स्थिर रहा।
बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय के पास पहुँच गया, जहाँ मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों और प्रमुख नौकरशाहों के कार्यालय स्थित हैं।
वासुदेव घाट के आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया।
कश्मीरी गेट के पास श्री मरघट वाले हनुमान बाबा मंदिर तक भी बाढ़ का पानी पहुँच गया।
बुधवार शाम जारी बाढ़ नियंत्रण बुलेटिन में कहा गया है कि पुराने रेलवे पुल का जलस्तर सुबह 8 बजे 207.48 मीटर होगा और उसके बाद इसमें गिरावट आने की संभावना है।
पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नज़र रखने के लिए एक प्रमुख निगरानी केंद्र के रूप में कार्य करता है।
राजस्व विभाग के अनुसार, 8,018 लोगों को तंबुओं में ले जाया गया है, जबकि 2,030 लोगों को 13 स्थायी आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया गया है।
सरकार ने ज़ोर देकर कहा है कि घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है और वह स्थिति पर चौबीसों घंटे नज़र रख रही है।










