BIG NEWS
- मीडिया प्लेटफॉर्म्स को अदानी समूह से संबंधित सामग्री हटाने के आदेशों पर एडिटर्स गिल्ड ने जताई चिंता
- 1974 से अब तक हुए सभी विरोध प्रदर्शनों का हो अध्ययन, गृह मंत्री अमित शाह का आदेश
- पंडित हरिशंकर द्विवेदी जी के जन्मदिन पर उनको श्रद्धांजलि के तौर पर उन्हीं की”सन्मार्ग “ में प्रकाशित बाढ़ की विभीषिका पर एक आलेख
- सट्टेबाजी ऐप मामला : ईडी ने पूर्व क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा, युवराज सिंह व अभिनेता सोनू सूद को भेजा समन
- 'लव जिहाद' कानूनों की वैधता पर अब सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला
- ऑनलाइन गेम में पिता के बैंक खाते से पूरी रकम गँवाने के बाद यूपी के एक किशोर की आत्महत्या से मौत
- सर्वोच्च न्यायालय ने वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 के प्रमुख प्रावधानों पर लगाई रोक
मंत्री की मंत्री से गुहार, 'जीवन और चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी वापस लो सरकार'

Public Lokpal
July 31, 2024

मंत्री की मंत्री से गुहार, 'जीवन और चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत जीएसटी वापस लो सरकार'
नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से जीवन और चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर 18 प्रतिशत वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) वापस लेने का अनुरोध किया है।
वित्त मंत्री को लिखे अपने पत्र में गडकरी ने नागपुर डिवीजन जीवन बीमा निगम कर्मचारी संघ की चिंताओं को उठाया, जिसने बीमा उद्योग के मुद्दों के बारे में उन्हें एक ज्ञापन सौंपा था।
ज्ञापन का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा, "जीवन बीमा प्रीमियम पर जीएसटी लगाना जीवन की अनिश्चितताओं पर कर लगाने के बराबर है। संघ का मानना है कि जो व्यक्ति परिवार को सुरक्षा देने के लिए जीवन की अनिश्चितताओं के जोखिम को कवर करता है, उससे इस जोखिम के खिलाफ कवर खरीदने के लिए प्रीमियम पर कर नहीं लगाया जाना चाहिए।" इसके अलावा, उन्होंने कहा कि संघ द्वारा उठाया गया मुख्य मुद्दा जीवन और चिकित्सा बीमा प्रीमियम पर जीएसटी वापस लेने से संबंधित है।
जीवन बीमा और चिकित्सा बीमा प्रीमियम दोनों पर 18 प्रतिशत जीएसटी दर लागू है।