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1 मई से लागू ये 7 बड़े बदलाव – मुख्य विवरण

Public Lokpal
May 01, 2025

1 मई से लागू ये 7 बड़े बदलाव – मुख्य विवरण


आज मई महीने का पहला दिन है। हर महीने की तरह मई (मई 2025) भी कई बड़े बदलावों के साथ शुरू होने जा रहा है, जिसका असर हर घर और हर जेब पर देखने को मिल सकता है। 1 मई 2025 से लागू होने वाले बदलावों में एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों से लेकर एटीएम से पैसे निकालने तक के नियम शामिल हैं। आइए ऐसे ही 7 बड़े बदलावों के बारे में विस्तार से जानते हैं…

पहला बदलाव – एलपीजी की कीमतें

हर महीने की तरह मई के पहले दिन तेल बाजार कंपनियां एलपीजी गैस की कीमतों में संशोधन करने जा रही हैं। 1 मई को एलपीजी सिलेंडर की नई दरें जारी की जाएंगी। आपको बता दें कि पिछले महीने की शुरुआत में जहां 19 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कमी की गई थी, वहीं पहले ही हफ्ते में सरकार ने आम जनता को एलपीजी की कीमतों पर झटका दिया और 14 किलो वाले घरेलू सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की बढ़ोतरी कर दी। ऐसे में लोगों की निगाहें पहली तारीख को एलपीजी की कीमत पर टिकी हैं।

दूसरा बदलाव- एटीएफ-सीएनजी-पीएनजी की कीमतें

एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में संशोधन के साथ ही तेल विपणन कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एविएशन फ्यूल यानी एयर टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमत में भी बदलाव करती हैं। एटीएफ की कीमत में किसी भी तरह की बढ़ोतरी या कमी का असर हवाई यात्रियों के खर्च पर पड़ता है। इसके साथ ही 1 मई को सीएनजी और पीएनजी (CNG-PNG Price) की कीमतों में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।

तीसरा बदलाव- एटीएम से पैसे निकालना

अगर आप कैश निकालने के लिए एटीएम मशीन का इस्तेमाल करते हैं तो 1 मई 2025 से आपके लिए यह महंगा होने वाला है। रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के प्रस्ताव पर फीस बढ़ाने की इजाजत दी थी। ऐसे में पहली तारीख से अगर ग्राहक अपने होम बैंक के एटीएम की जगह दूसरे नेटवर्क के बैंक एटीएम से पैसे निकालते हैं तो उन्हें हर ट्रांजेक्शन पर 17 रुपये की जगह 19 रुपये का चार्ज देना होगा। इसके अलावा दूसरे बैंक के एटीएम से बैलेंस चेक करने पर 6 रुपये की जगह 7 रुपये का शुल्क देना होगा।

कई बड़े बैंकों ने अपनी वेबसाइट पर फ्री लिमिट के बाद ट्रांजेक्शन पर लगने वाले चार्ज की जानकारी भी देनी शुरू कर दी है। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, 1 मई 2025 से फ्री ट्रांजेक्शन लिमिट से ज्यादा ट्रांजेक्शन पर 21 रुपये + टैक्स वाला एटीएम ट्रांजेक्शन शुल्क अब 23 रुपये + टैक्स हो जाएगा।

वहीं, पीएनबी और इंडसइंड बैंक के एटीएम से कैश निकालने पर 23 रुपये का शुल्क लगेगा।

चौथा बदलाव- रेलवे टिकट बुकिंग 

1 मई 2025 से रेलवे टिकट बुकिंग के नियमों में होने वाला चौथा बदलाव भारतीय रेलवे से जुड़ा है। दरअसल, रेलवे टिकट बुकिंग के नियमों में बदलाव किया जा रहा है और अब वेटिंग टिकट सिर्फ जनरल कोच में ही मान्य होंगे। मतलब आप वेटिंग टिकट लेकर स्लीपर कोच में यात्रा नहीं कर सकते। वहीं, एडवांस रिजर्वेशन पीरियड को 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दिया गया है।

पांचवां बदलाव- आरआरबी योजना लागू होगी

मई के पहले दिन एक और बड़ा बदलाव होने जा रहा है। दरअसल, 1 मई 2025 से देश के 11 राज्यों में ‘एक राज्य-एक आरआरबी’ योजना लागू होने जा रही है। इसके तहत हर राज्य के सभी क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को मिलाकर एक बड़ा बैंक बनाया जाएगा। इससे बैंकिंग सेवाएं और बेहतर होंगी और ग्राहकों को पहले से ज्यादा सुविधाएं मिलेंगी। यह बदलाव यूपी, आंध्र प्रदेश, गुजरात, एमपी समेत दूसरे राज्यों में भी लागू किया जा सकता है।

छठा बदलाव -एफडी दरें

कुछ बैंकों ने 1 मई से फिक्स्ड डिपॉजिट दरों में संशोधन किया है और नई नीतियों की घोषणा की है। आरबीएल बैंक के बचत खाताधारकों को अब 7% की अधिकतम दर के साथ मासिक (तिमाही के बजाय) ब्याज भुगतान मिलेगा। इस बीच श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड ने कथित तौर पर कुछ ग्राहकों के लिए अपनी एफडी दरों में बदलाव की घोषणा की है। वरिष्ठ नागरिकों को अब सालाना 0.50% का अतिरिक्त ब्याज मिलेगा जबकि महिला जमाकर्ताओं को सालाना 0.10% अतिरिक्त ब्याज मिलेगा।

सातवां बदलाव - आयकर रिटर्न

आयकर विभाग ने 30 अप्रैल को आकलन वर्ष (एवाई) 2025-26 के लिए आईटीआर फॉर्म 1 और 4 को आधिकारिक तौर पर अधिसूचित किया। 50 लाख रुपये से कम कुल वार्षिक आय की रिपोर्ट करने वाले करदाता और संस्थाएं अब अपना कर रिटर्न दाखिल कर सकेंगी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड द्वारा मई के पहले कुछ दिनों में शेष फॉर्मों को भी अधिसूचित किए जाने की उम्मीद है। बुधवार को अधिसूचित किए गए फॉर्मों में छोटे निवेशकों के लिए कई स्वागत योग्य बदलाव किए गए हैं। जिन करदाताओं ने एक वित्तीय वर्ष के दौरान 1.25 लाख रुपये तक का दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (LTCG) अर्जित किया है, वे अब अधिक जटिल ITR-2 फॉर्म के बजाय उपयोगकर्ता के अनुकूल ITR-1 (सहज) फॉर्म दाखिल करने के पात्र होंगे।

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