इंदौर में 'दूषित पानी' पीने से तीन की मौत, 100 से ज़्यादा अस्पताल में भर्ती

Public Lokpal
December 31, 2025

इंदौर में 'दूषित पानी' पीने से तीन की मौत, 100 से ज़्यादा अस्पताल में भर्ती


इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में पिछले कुछ दिनों में शहर के भागीरथपुरा इलाके में कथित तौर पर दूषित पानी पीने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज़्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं।

मौतों पर दुख जताते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी और प्रभावित लोगों के इलाज का खर्च उठाएगी।

स्थानीय लोगों ने दावा किया कि दूषित पानी पीने से बीमार पड़ने के बाद अब तक चार महिलाओं समेत पांच लोगों की मौत हो चुकी है।

स्थानीय पार्षद के मुताबिक, भागीरथपुरा के निवासियों ने शिकायत की कि 25 दिसंबर को सप्लाई किए गए पानी में अजीब सी गंध आ रही थी और इसे पीने से लोग बीमार पड़ गए होंगे।

नगर निगम कमिश्नर दिलीप कुमार यादव ने बताया कि भागीरथपुरा में एक जगह मुख्य पानी की सप्लाई पाइपलाइन में लीकेज का पता चला है, जिसके ऊपर एक शौचालय बना हुआ पाया गया। 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. माधव प्रसाद हसानी ने बताया कि भागीरथपुरा में डायरिया फैलने की खबरों के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने 2,703 घरों का सर्वे किया और लगभग 12,000 लोगों की जांच की, जिसमें हल्के लक्षण वाले 1,146 मरीजों को मौके पर ही प्राथमिक इलाज दिया गया।

उन्होंने बताया कि अपेक्षाकृत गंभीर हालत वाले 111 मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से 18 को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।

हसानी ने कहा, "मरीजों ने बताया कि दूषित पानी पीने के बाद उन्हें उल्टी, दस्त और डिहाइड्रेशन की शिकायत हुई।"

उनके मुताबिक, इस बीमारी से निपटने के लिए भागीरथपुरा इलाके में चार एम्बुलेंस के साथ कई मेडिकल टीमें तैनात की गई हैं।

इलाके से पीने के पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं।

पत्रकारों से बात करते हुए इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि उन्हें भागीरथपुरा इलाके में डायरिया से तीन लोगों की मौत की जानकारी मिली है, लेकिन उन्होंने उनकी पहचान नहीं बताई। 

हालांकि पानी के सैंपल टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन पहली नज़र में ऐसा लगता है कि नाले का पानी पीने के पानी की सप्लाई लाइनों में मिल गया होगा, जिससे पानी दूषित हो गया।

उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस ने मांग की है कि दूषित पानी से हुई मौतों के मामले में इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम कमिश्नर दिलीप कुमार यादव के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने शहर के एक प्राइवेट अस्पताल का दौरा किया और दूषित पानी पीने से बीमार हुए लोगों का हालचाल जाना।

पत्रकारों से बात करते हुए पटवारी ने कहा, "अगर नाले का पानी पीने के पानी की पाइपलाइन में मिल जाता है, तो लोगों को उल्टी, दस्त और पीलिया हो सकता है, लेकिन इससे मौत नहीं होती। ऐसा लगता है कि पीने के पानी की पाइपलाइन में कोई जहरीला पदार्थ मिल गया था और इसकी जांच होनी चाहिए।"

इस घटना के लिए मेयर और नगर निगम कमिश्नर को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि दोनों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।

सत्ताधारी बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी इंदौर नगर निगम के साथ-साथ राज्य और केंद्र में भी सत्ता में है।

उन्होंने कहा, "इंदौर के लोगों के लिए यह चिंता का विषय है कि बीजेपी की ट्रिपल-इंजन सरकार के तहत शहर की क्या हालत हो गई है।"

ग़ौरतलब है कि इंदौर अपनी पानी की जरूरतों के लिए नर्मदा नदी पर निर्भर है, शहर में लगभग 80 किलोमीटर दूर पड़ोसी खरगोन जिले के जलूद से नगर निगम की पाइपलाइन के जरिए पानी लाया जाता है।