दिल्ली के धौलाकुआं से गुरुग्राम के मानेसर तक जल्द ही दौड़ेगी केबल कार, मंत्री ने दी जानकारी

Public Lokpal
April 03, 2022

दिल्ली के धौलाकुआं से गुरुग्राम के मानेसर तक जल्द ही दौड़ेगी केबल कार, मंत्री ने दी जानकारी


नई दिल्ली: दिल्ली के धौलाकुआं से गुरुग्राम के मानेसर तक पॉड टैक्सी (मेटिनो) योजना अब अंतिम चरण में है। दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात के भारी दबाव को कम करने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा बनाई गई इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय तकनीकी कमेटी ने भी मंत्रलय को अपनी रिपोर्ट दे दी है। इसके बाद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में संसद भवन स्थित अपने कार्यालय में केंद्रीय राज्यमंत्री और गुरुग्राम के सांसद राव इंद्रजीत सिंह को विस्तार से जानकारी दी। यह योजना पांच हजार करोड़ रुपये की है।

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने इसके लिए हरियाणा सरकार से भी सहयोग मांगा है। रोप-वे की तरह पॉड टैक्सी चलेंगी मगर एक पॉड टैक्सी के किसी एक स्टेशन पर रुकने पर अन्य टैक्सियां नहीं रुकेंगी। एक पाड टैक्सी अपने गतंव्य पर रुकेगी तो उसके पीछे की टैक्सी अपने आगे के गतंव्य के लिए बढ़ेंगी।

सरकार की 4000 करोड़ रुपये की बहुप्रतीक्षित मेट्रिनो योजना पर अगले दो महीनों में शुरू हो जाएगा। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत दिल्ली के धौलाकुआं से हरियाणा के मानेसर तक रोप-वे बनाया जाएगा, जिस पर ड्राइवरलेस पॉड टैक्‍सी चलेंगी। इससे राष्ट्रीय राजधानी में भीड़-भाड़ कम होगी और यातायात सुगम होगा।

गडकरी ने बताया, “हमें दिल्ली में धौलाकुआं से हरियाणा के मानेसर तक मेट्रिनो परियोजना के निर्माण के लिये चार निविदाएं मिली हैं और हम दो महीनों में काम शुरू होने की उम्मीद कर रहे हैं।” उन्होंने टीसीआई तथा आईआईएम कोलकाता की ‘भारत में सड़क मार्ग द्वारा माल ढुलाई की परिचालन दक्षता’ विषय पर संयुक्त रिपोर्ट जारी किये जाने के मौके पर यह बात कही।

मेट्रिनो परियोजना धौलाकुआं से हरियाणा के मानेसर के बीच 70 किलोमीटर मार्ग को जोड़ेगी। गडकरी ने कहा कि मेट्रिनो के प्रति किलोमीटर निर्माण पर 50 करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जबकि इसकी तुलना में मेट्रो के प्रति किलोमीटर निर्माण पर 250 करोड़ रुपए का खर्चा आता है। यह एक रोप-वे जैसा सिस्‍टम है, जो बिजली से चलेगा और इसमें ड्राइवर की भी आवश्‍यकता नहीं होगी। मेट्रिनो परियोजना के तहत ड्राइवरलेस टैक्‍सी जमीन से 5-10 मीटर की ऊंचाई पर चलेंगी।

बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 2015 में राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-48) पर एक इलेक्ट्रिक रोपवे परियोजना की घोषणा की थी, लेकिन इस परियोजना पर तब बहुत कम प्रगति हुई थी।