नवरात्रि में चौथे दिन होती है देवी कुष्मांडा की पूजा
Public Lokpal
October 06, 2024
नवरात्रि में चौथे दिन होती है देवी कुष्मांडा की पूजा
आज शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन है। नवरात्रि में चौथे दिन माँ कुष्मांडा की पूजा होती है। इससे पहले देवी के नौ रूपों के बारे में जान लेते हैं।
देवी दुर्गा के नौ रूप कौन कौन से है-
प्रथम् शैल-पुत्री च, द्वितीयं ब्रह्मचारिणि
तृतीयं चंद्रघंटेति च चतुर्थ कूषमाण्डा
पंचम् स्कन्दमातेती, षष्टं कात्यानी च
सप्तं कालरात्रेति, अष्टं महागौरी च
नवमं सिद्धिदात्रि
कुष्मांडा ( माँ का प्रसन्नता भरा स्वरुप)
माँ के चौथे रूप का नाम है कुष्मांडा। " कु" मतलब 'थोड़ा' "शं " मतलब 'गरम' "अंडा " मतलब 'अंडा'। यहाँ अंडा का मतलब है ब्रह्मांड। वह ब्रह्मांड की निर्माता के रूप में जानी जाती है जो उनके प्रकाश के फैलने से निर्मित होता है। वह सूर्य की तरह सभी दस दिशाओं में चमकती हैं। उनके वह अष्टभुजा हैं। उनके दाहिने हाथ में माला है और वह शेर की सवारी करती हैं।