गृह मंत्री अमित शाह पर इस आरोप के बाद कनाडा के डिप्लोमैट को भारत ने किया तलब

Public Lokpal
November 02, 2024

गृह मंत्री अमित शाह पर इस आरोप के बाद कनाडा के डिप्लोमैट को भारत ने किया तलब


नई दिल्ली: भारत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बारे में कनाडा के एक मंत्री द्वारा किए गए संदर्भों का सबसे कड़े शब्दों में विरोध किया है। विदेश मंत्री ने शनिवार को कहा, इस तरह के "बेतुके और निराधार" आरोपों से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर परिणाम होंगे।

यह टिप्पणी कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन द्वारा मंगलवार को आरोप लगाए जाने के बाद आई है जिसमें कहा गया था अमित शाह ने कनाडा के अंदर सिख अलगाववादियों को निशाना बनाकर हिंसा, धमकी और खुफिया जानकारी जुटाने का अभियान चलाने का आदेश दिया था।

मॉरिसन ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के कनाडाई संसद सदस्यों को यह भी बताया था कि उन्होंने वाशिंगटन पोस्ट को अमित शाह के नाम की पुष्टि की है, जिसने सबसे पहले आरोपों की रिपोर्ट की थी।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि यह खुलासा कि कनाडा के उच्च सरकारी अधिकारियों ने भारत को बदनाम करने और अन्य देशों को प्रभावित करने की एक सचेत रणनीति के तहत अंतरराष्ट्रीय मीडिया को जानबूझकर निराधार आरोप लीक किए। यह केवल इस दृष्टिकोण की पुष्टि करता है कि भारत सरकार वर्तमान कनाडाई सरकार के राजनीतिक एजेंडे और व्यवहार पैटर्न के बारे में लंबे समय से नज़र रखती है।

साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान सवालों का जवाब देते हुए रणधीर जायसवाल ने कहा कि इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरकतों से द्विपक्षीय संबंधों पर गंभीर असर पड़ेगा।

उन्होंने कहा कि भारत ने शुक्रवार को कनाडा के उच्चायोग के प्रतिनिधि को तलब किया और अधिकारी को एक डिप्लोमेटिक नोट दिया गया। संसद सदस्यों को संबोधित करते हुए मॉरिसन ने यह नहीं बताया कि कनाडा को अमित शाह की कथित संलिप्तता के बारे में कैसे पता चला।

प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक साल पहले कहा था कि कनाडा के पास विश्वसनीय सबूत हैं कि जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया में कनाडाई सिख कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत सरकार के एजेंट शामिल थे।

आरोपों को बेतुका बताते हुए भारतीय सरकारी अधिकारियों ने लगातार इस बात से इनकार किया है कि कनाडा ने सबूत मुहैया कराए हैं।