दिल्ली से देहरादून, नए एक्सप्रेसवे की एकदम नई अपडेट, जानें सबकुछ

Public Lokpal
July 26, 2025

दिल्ली से देहरादून, नए एक्सप्रेसवे की एकदम नई अपडेट, जानें सबकुछ


नई दिल्ली: आगामी दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे दिल्ली और देहरादून के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर देगा। इससे आवागमन न केवल काफी सुविधाजनक होगा बल्कि तेज़ भी होगा। पहले सड़क मार्ग से लगभग साढ़े छह घंटे लगते थे, लेकिन अब, आगामी दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की बदौलत, इसमें केवल दो से ढाई घंटे लगेंगे।

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में एक्सप्रेसवे के उद्घाटन की समय-सीमा की आधिकारिक घोषणा की।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे कब चालू होगा?

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का पहला चरण अगस्त 2025 में चालू होगा। तब यात्री एक्सप्रेसवे के कुछ हिस्सों का उपयोग कर सकेंगे, जबकि पूरी परियोजना अक्टूबर 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है।

इससे यात्रियों को दोनों शहरों के बीच पूरी यात्रा की सुविधा मिल जाएगी। खुलने के बाद, दिल्ली और देहरादून के बीच 210 किलोमीटर की दूरी केवल 2 से 2.5 घंटे में पूरी की जा सकेगी, जो वर्तमान 6-6.5 घंटे के समय से काफी कम है।

टोल-फ्री पहुँच

दैनिक यात्रियों के लिए यात्रा अनुभव को सुविधाजनक बनाने के लिए अक्षरधाम से लोनी तक का पहला 18 किलोमीटर का हिस्सा टोल-फ्री रहेगा। शेष दूरी के लिए इस्तेमाल किए गए हिस्से के आधार पर टोल लागू होंगे।

साथ ही, इस कदम से भीड़भाड़ कम होने और स्थानीय यात्रियों के लिए सुगमता में सुधार होने की उम्मीद है।

100 किमी प्रति घंटे की गति से निर्बाध यात्रा

नया उद्घाटन किया गया खंड सहारनपुर मार्ग के माध्यम से देहरादून के लिए एक प्रमुख प्रवेश और निकास बिंदु के रूप में कार्य करेगा। यह मौजूदा 12 किलोमीटर एलिवेटेड रोड का भी विस्तार करता है, जिससे देहरादून आने-जाने वाले वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित होती है।

इस एक्सप्रेसवे पर गति सीमा 100 किमी/घंटा है ताकि त्वरित और सुगम यात्रा सुनिश्चित हो सके और समय की बचत हो सके।

कुल लागत, निर्माण की तिथि और मार्ग

इस उच्च गति, प्रवेश-नियंत्रित एक्सप्रेसवे के निर्माण की कुल लागत 11,868.6 करोड़ रुपये अनुमानित है। यह एक्सप्रेसवे अक्टूबर 2025 तक पूरी तरह से चालू हो जाएगा।

यह एक्सप्रेसवे पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर होते हुए अंततः उत्तराखंड के देहरादून पहुँचेगा। अन्य बुनियादी ढाँचों में सुगम यातायात प्रवाह और सुरक्षा के लिए फ्लाईओवर, अंडरपास, सर्विस लेन और ध्वनि अवरोधक शामिल हैं।

मुख्य विशेषताएँ

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे की एक प्रमुख विशेषता 35 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड सड़क है, जिसे चार प्रमुख चरणों में विभाजित किया गया है। पहले चरण में दिल्ली से बागपत तक 32 किलोमीटर का एलिवेटेड खंड शामिल है, जिसे केवल 25 मिनट में पूरा किया जा सकता है। दूसरा चरण बागपत से सहारनपुर तक 118 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड कॉरिडोर में फैला है, जिसमें 60 से अधिक अंडरपास और 4 इंटरचेंज हैं।

एक्सप्रेसवे पर 14 किलोमीटर लंबा वन्यजीव अंडरपास है, जो जानवरों को सुरक्षित मार्ग प्रदान करता है, तथा यह सुनिश्चित करता है कि तेज गति वाले यातायात के कारण उनकी प्राकृतिक आवाजाही बाधित न हो।