शिक्षक भर्ती घोटाले में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को ईडी ने किया गिरफ्तार

Public Lokpal
July 23, 2022

शिक्षक भर्ती घोटाले में पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को ईडी ने किया गिरफ्तार


कोलकाता : पश्चिम बंगाल के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता के आरोप में शनिवार को कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया। 

घोटाले के समय राज्य के शिक्षा मंत्री रहे पार्थ चटर्जी को जांच के सिलसिले में करीब 26 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। उन्हें साल्ट लेक इलाके में सीजीओ कॉम्प्लेक्स में ईडी के कार्यालय ले जाया गया।

ईडी अधिकारियों के मुताबिक “वह शुक्रवार सुबह से पूछताछ कर रहे हमारे अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं कर रहे थे। ईडी के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि उन्हें दिन में एक अदालत में पेश किया जाएगा।

ईडी ने शुक्रवार को कई जगहों पर छापेमारी के दौरान कहा कि पार्थ चटर्जी की क़रीबी अर्पिता मुखर्जी से करीब 20 करोड़ रुपये बरामद किए हैं।

अधिकारी के मुताबिक “तलाशी के दौरान, ईडी ने अर्पिता मुखर्जी के आवासीय परिसर से लगभग 20 करोड़ रुपये की भारी नकदी बरामद की है। उक्त राशि एसएससी घोटाले के अपराध की आय होने का संदेह है। कैश काउंटिंग मशीनों के जरिए नकदी की गिनती के लिए सर्च टीम बैंक अधिकारियों की मदद ले रही है। अर्पिता मुखर्जी के परिसर से कुल 20 से अधिक मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं, जिसके उद्देश्य और उपयोग का पता लगाया जा रहा है।

ईडी ने दक्षिण कोलकाता में अर्पिता मुखर्जी के घर से कथित रूप से बरामद नकदी की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, "ईडी पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड में भर्ती घोटाले से जुड़े विभिन्न परिसरों में तलाशी अभियान चला रहा है।"

जिन अन्य लोगों के घरों की तलाशी ली गई उनमें मौजूदा वाणिज्य और उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी, शिक्षा राज्य मंत्री परेश सी अधिकारी; विधायक और पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य; पार्थ चटर्जी के स्पेशल ड्यूटी ऑफिसर पी के बंदोपाध्याय; चटर्जी के निजी सचिव सुकांत आचार्य; घोटाले में कथित एजेंट चंदन मंडल उर्फ ​​रंजन; पार्थ भट्टाचार्य के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य; कल्याणमय के एक रिश्तेदार कृष्णा सी अधिकारी; स्कूल सेवा आयोग के सलाहकार डॉ एस पी सिन्हा; कल्याणमय गांगुली, पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष; पश्चिम बंगाल केंद्रीय विद्यालय सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष सौमित्र सरकार; और स्कूल शिक्षा विभाग के उप निदेशक आलोक कुमार सरकार शामिल हैं।