फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

Public Lokpal
November 25, 2024

फोन टैपिंग मामले में अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार


नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने फोन टैपिंग मामले में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा को गिरफ्तार किया है।

लोकेश शर्मा को पहले गिरफ्तार किया गया और बाद में अदालत ने उन्हें जमानत दे दी। मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस ने उन्हें कई बार तलब किया था।

25 मार्च, 2021 को दिल्ली पुलिस ने शर्मा के खिलाफ आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और टेलीग्राफिक सिग्नल (टेलीफोन पर बातचीत) को अवैध रूप से इंटरसेप्ट करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की थी। यह शिकायत जोधपुर से भाजपा सांसद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने दर्ज कराई थी।

इस साल की शुरुआत में एक चौंकाने वाले खुलासे में लोकेश शर्मा ने आरोप लगाया था कि केंद्रीय मंत्री शेखावत और कांग्रेस के कुछ नेताओं के बीच 2020 में कांग्रेस सरकार को हटाने पर चर्चा करने वाली फोन पर बातचीत की कथित ऑडियो क्लिप उन्हें गहलोत ने मुहैया कराई थी।

लोकेश शर्मा ने आगे दावा किया कि गहलोत सचिन पायलट समेत बागी कांग्रेस नेताओं के फोन टैप करने में शामिल थे।

उन्होंने कहा कि समाचार संगठनों के साथ साझा किया गए बागी कांग्रेस नेताओं के ऑडियो क्लिप उन्हें राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री ने दिए थे। लोकेश शर्मा ने 25 अप्रैल को जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "अब तक, मैंने सभी को बताया कि मुझे सोशल मीडिया से वे ऑडियो क्लिप मिले हैं। लेकिन यह सच नहीं है। 16 जुलाई, 2020 को कुछ ऑडियो क्लिप मीडिया के माध्यम से वायरल हो गए क्योंकि मैंने उन्हें अपने फोन नंबर का उपयोग करके साझा किया था। उन ऑडियो में विधायकों को खरीद-फरोख्त करके सरकार गिराने की साजिश थी।"

उन्होंने विस्तार से बताया, "16 जुलाई, 2020 को अशोक गहलोत होटल फेयरमोंट आए, यहां बागी नेता ठहरे हुए थे। सीएम के जाने के एक घंटे बाद उनके पीएसओ रामनिवास ने मुझे फोन किया और सीएम हाउस आने को कहा, वह मुझसे मिलना चाहते थे। जब मैं पहुंचा, तो सीएम ने मुझे एक पेन ड्राइव और एक कागज दिया, जिसे मैंने मीडिया में प्रसारित किया। कथित तौर पर कागज में गजेंद्र सिंह शेखावत, दिवंगत विधायक भंवरलाल शर्मा और संजय जैन के बीच बातचीत का जिक्र था और पेन ड्राइव में उनका ऑडियो था।"

इन आरोपों का जवाब देते हुए अशोक गहलोत ने उन्हें खारिज कर दिया और राजनीतिक माहौल के बीच सच्चाई पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया।

गहलोत ने कहा, "मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या खुलासे किए हैं। मैं ऐसे मामलों में नहीं पड़ता। राजनीतिक माहौल को देखते हुए लोगों का पार्टी बदलना काफी आम बात है। कौन क्या कह रहा है, इस पर ध्यान देने के बजाय सच्चाई पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है।"