BIG NEWS
- अश्लील कंटेंट दिखाने के लिए 43 OTT प्लेटफॉर्म्स का एक्सेस ब्लॉक
- सर्दियों के महीनों में दिल्ली की सीमाओं पर टोल वसूली हो निलंबित, सुप्रीम कोर्ट ने दिया सुझाव
- दिल्ली सरकार प्रदूषण विरोधी प्रतिबंधों से प्रभावित श्रमिकों को देगी 10,000 रुपये का भत्ता
- मुझे उम्मीद है कि भारत में फुटबॉल का भविष्य उज्ज्वल है: 'शानदार' दौरे के बाद मेसी
- ऑस्कर 2026 शॉर्टलिस्ट में होमबाउंड: नीरज घेवान की फिल्म अंतर्राष्ट्रीय फीचर श्रेणी में शामिल
- नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार को बड़ी राहत, दिल्ली कोर्ट ने ED की चार्जशीट पर संज्ञान लेने से किया इनकार
- मानहानि का आरोप लगाते हुए ट्रंप ने बीबीसी पर ठोंका 10 बिलियन डॉलर का मुकदमा
- पूरे देश में भारतीय रेलवे की ज़मीन पर 1,068 हेक्टेयर से ज़्यादा ज़मीन पर कब्ज़ा
भारतीय रेलवे के इतिहास में सबसे घातक ट्रेन दुर्घटनाएं
Public Lokpal
June 03, 2023
भारतीय रेलवे के इतिहास में सबसे घातक ट्रेन दुर्घटनाएं
नई दिल्ली : ओडिशा में शुक्रवार को ट्रेन दुर्घटना, जिसमें बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी शामिल है, जिसमें कम से कम 233 लोग मारे गए और 900 से अधिक घायल हो गए। यह रेल हादसा आजादी के बाद हुईं रेल दुर्घटनाओं में सबसे घातक में से एक है।
ऐसे ही अन्य सबसे घातक ट्रेन हादसों पर एक नजर:
* 23 दिसंबर, 1964: पंबन-धनुस्कोडी पैसेंजर ट्रेन रामेश्वरम चक्रवात में बह गई, जिससे उसमें सवार 126 से अधिक यात्रियों की मौत हो गई।
* 6 जून, 1981: भारत ने इस दिन अपनी सबसे खराब ट्रेन दुर्घटना दर्ज की जो बिहार में हुई थी। पुल पार करते समय एक ट्रेन बागमती नदी में गिर गई, जिसमें 750 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
* 20 अगस्त, 1995 : फिरोजाबाद के पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस खड़ी कालिंदी एक्सप्रेस से टकरा गई। आधिकारिक मरने वालों की संख्या लगभग 305 थी।
* 26 नवंबर, 1998: जम्मू तवी-सियालदह एक्सप्रेस पंजाब के खन्ना में फ्रंटियर गोल्डन टेंपल मेल के पटरी से उतरे तीन डिब्बों से टकरा गई, जिसमें 212 लोगों की मौत हो गई।
* 2 अगस्त, 1999: गैसल ट्रेन दुर्घटना तब हुई जब ब्रह्मपुत्र मेल उत्तर सीमांत रेलवे के कटिहार डिवीजन के गैसल स्टेशन पर खड़ी अवध असम एक्सप्रेस से टकरा गई, जिसमें 285 से अधिक लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हो गए। पीड़ितों में से कई सेना, बीएसएफ या सीआरपीएफ के जवान थे।
* 9 सितंबर, 2002: हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस के रफीगंज में धावे नदी पर एक पुल के ऊपर से पटरी से उतर जाने के कारण रफीगंज रेल दुर्घटना हुई, जिसमें 140 से अधिक लोगों की मौत हो गई। घटना के लिए आतंकवादी तोड़फोड़ को दोषी ठहराया गया था।
* 28 मई, 2010: जनेश्वरी एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतर गई। मुंबई जाने वाली ट्रेन झारग्राम के पास पटरी से उतर गई और फिर एक मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे 148 यात्रियों की मौत हो गई थी।
* 20 नवंबर, 2016: पुखरायां ट्रेन के पटरी से उतरने की घटना तब हुई जब इंदौर-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस के 14 डिब्बे कानपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में पटरी से उतर गए, जिसमें 152 लोगों की मौत हो गई और 260 घायल हो गए।





