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मुख्तार अंसारी के करीबी गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी 'जीवा' की लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या

Public Lokpal
June 07, 2023

मुख्तार अंसारी के करीबी गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी 'जीवा' की लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या


लखनऊ : कुख्यात गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ 'जीवा' की लखनऊ सिविल कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के रहने वाले जीवा को 2006 में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय और यूपी के पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। जीवा और समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक विजय सिंह को द्विवेदी की हत्या के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। जीवा चार अन्य हत्याओं से भी जुड़ा हुआ था।

कृष्णानंद राय की हत्या में जीवा के अलावा अंसारी बंधुओं (समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी और विधायक मुख्तार अंसारी), उनके रिश्तेदार एजाज अंसारी, रायबरेली के फिरदौस और मुन्ना बजरंगी को नामजद किया गया था। सूत्रों के मुताबिक संजीव माहेश्वरी को मामले में पेशी के लिए कोर्ट ले जाया गया था।

वकील के वेश में आए हमलावर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमलावर ने छह राउंड फायरिंग की। सूत्रों ने कहा कि हमले में एक कांस्टेबल और एक बच्चा घायल हो गया। लखनऊ पुलिस ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।

'जीवा' के खिलाफ 22 से ज्यादा मामले दर्ज थे। वह मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता है।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि लखनऊ सबसे "असुरक्षित शहरों" में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि शहर महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित है। उन्होंने लखनऊ में "बढ़ते अपराधों" पर पुलिस से सवाल किया। उन्होंने कहा, "क्या यह लोकतंत्र है? सवाल यह नहीं है कि किसे मारा जा रहा है, बल्कि सवाल यह है कि वहां हत्या की जा रही है जहां सुरक्षा सबसे ज्यादा है।"

लखनऊ सिविल कोर्ट के वकीलों ने भी पुलिस और प्रशासन पर सवाल उठाए और कोर्ट परिसर में धरना दिया।

यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "यूपी में हत्यारों को बख्शा नहीं जाएगा... अपराधी को कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी।"

गैंगस्टर से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज के एक अस्पताल के बाहर पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या किए जाने के बमुश्किल दो महीने बाद यह घटना सामने आई है।

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