49 लाख रुपयों का ब्यौरा न देने के बाद झारखंड कांग्रेस के 4 विधायक हिरासत में

Public Lokpal
July 31, 2022

49 लाख रुपयों का ब्यौरा न देने के बाद झारखंड कांग्रेस के 4 विधायक हिरासत में


हावड़ा : पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में रविवार को झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों को उनके वाहन से भारी मात्रा में नकदी बरामद करने के बाद गिरफ्तार किया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि उनकी एसयूवी से 500 रुपये मूल्यवर्ग में 49 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे। ज्ञात हो कि शनिवार शाम पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग -16 पर उनकी एसयूवी को रोका गया था। एसयूवी पर "विधायक जामताड़ा, झारखंड" प्रदर्शित करने वाला एक बोर्ड था।

उन्होंने कहा कि विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी और उनके ड्राइवर सहित दो अन्य लोगों को पुलिस को जवाब देने में विफल रहने के बाद गिरफ्तार किया गया था कि वे इतनी बड़ी मात्रा में नकदी क्यों ले जा रहे थे।

उन्होंने कहा कि राज्य आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने हावड़ा ग्रामीण पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली है।

पूछताछ के दौरान विधायकों ने बताया कि वे 9 अगस्त को आदिवासी दिवस पर आदिवासी महिलाओं को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में बांटने के लिए बुराबाजार बाजार से सस्ते दाम पर साड़ी खरीदने कोलकाता आए थे।

विधायकों ने दावा किया कि वे पर्याप्त संख्या में साड़ियां नहीं खरीद पाए जिसके बाद वे छुट्टी के लिए मंदारमणि जा रहे थे। उनकी और साड़ियाँ खरीदने के लिए कोलकाता लौटने की भी योजना थी।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे इतनी बड़ी मात्रा में नकदी ले जाने का कारण नहीं बता सके।

अधिकारी ने कहा, 'हम उनके इस दावे से संतुष्ट नहीं हैं कि वे यहां आदिवासी महिलाओं में बांटी जाने वाली साड़ियां खरीदने आए थे। हमने उन्हें आगे की जांच के लिए गिरफ्तार किया है।'

उन्होंने कहा कि विधायकों सहित पांच लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम शामिल है।

अधिकारी ने बताया कि रात भर विधायकों से पूछताछ के बाद गिरफ्तारियां की गईं।

कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी इन विधायकों की मदद से झारखंड में हेमंत सोरेन की झामुमो के साथ गठबंधन सरकार गिराने की कोशिश कर रही है।

उनका आरोप है कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर प्रत्येक विधायक को कथित तौर पर 10 करोड़ रुपये नकद और मंत्री पद की पेशकश की जा रही है।

भाजपा ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के भीतर भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए उसे बदनाम कर रही है।