अंकिता भंडारी हत्याकांड : एसआईटी ने पौड़ी जिले के राजस्व अधिकारियों, कर्मचारियों से की पूछताछ

Public Lokpal
September 29, 2022

अंकिता भंडारी हत्याकांड : एसआईटी ने पौड़ी जिले के राजस्व अधिकारियों, कर्मचारियों से की पूछताछ


देहरादून : नए खुलासे के साथ अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच तेज होने पर विशेष जांच दल (एसआईटी) की प्रभारी पी रेणुका ने गुरुवार को कहा कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले में राजस्व पुलिस के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों से मामले की पूछताछ की जा रही है।

रेणुका ने एएनआई को बताया, "अब एसआईटी पौड़ी जिले के यमकेश्वर अंतर्गत राजस्व पुलिस क्षेत्र पट्टी उदयपुर के सभी राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों से भी पूछताछ कर रही है।" मुख्य आरोपी पुलकित आर्य का वनतारा रिज़ॉर्ट यमकेश्वर तहसील के अंतर्गत आता है।

एसआईटी पटवारी वैभव और उसकी कार के विवरण से भी पूछताछ कर रही है, क्योंकि अंकिता के लापता होने की खबर मिलने के बाद वह छुट्टी पर चला गया था।

उत्तराखंड प्रशासन द्वारा 24 सितंबर को ऋषिकेश में चिल्ला नहर से शव बरामद करने से पहले 19 वर्षीय अंकिता कम से कम छह दिनों से लापता थी।

भाजपा से निष्कासित नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य को इस मामले में कथित तौर पर एक विवाद के बाद नहर में धकेलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मामले में पुलकित आर्य के अलावा दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी ने भी गुरुवार को कोटद्वार अदालत में याचिका दायर कर मुख्य आरोपी पुलकित आर्य समेत तीनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेने की मांग की है और आश्वासन दिया है कि रिमांड मिलने के बाद सभी आरोपियों से विस्तृत पूछताछ की जाएगी।

कोटद्वार के सभी वकीलों ने आरोपी का केस लड़ने से इनकार कर दिया है और कोटद्वार बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय कुमार पंत ने कहा है कि अगर बाहर से भी कोई वकील आरोपी के बचाव में आता है तो बार एसोसिएशन उसका विरोध करेगी।

वकीलों के उक्त निर्णय के कारण बुधवार को आरोपी की जमानत पर सुनवाई नहीं हुई। गौरतलब है कि आरोपी की न्यायिक हिरासत छह अक्टूबर को खत्म हो रही है।

अंकिता भंडारी हत्याकांड ने बड़े पैमाने पर आक्रोश को जन्म दिया और राज्य के विभिन्न हिस्सों से विरोध की खबरें आ रही हैं। गुस्साए स्थानीय लोगों ने उस रिसॉर्ट में भी आग लगा दी, जहां अंकिता काम करती थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तब अधिकारियों को राज्य में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश दिया था।

अंकिता ऋषिकेश में पुलकित आर्य के स्वामित्व वाले वनतारा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के रूप में काम करती थीं।

अधिकारियों ने रिसॉर्ट के कुछ हिस्सों को यह कहते हुए बुलडोज़ कर दिया था कि ईमारत अवैध रूप से बनाई गई थीं। लेकिन इस कार्रवाई ने आशंका जताई थी कि मामले से संबंधित महत्वपूर्ण सबूतों को हटा दिया गया है ।

हालांकि, पुलिस ने आश्वासन दिया कि एक फोरेंसिक टीम ने विध्वंस से पहले सबूत एकत्र किए थे।