post
post
post
post
post
post
post
post
post
post

पाकिस्तान के क़ायदे आज़म मुहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति को बलूच आतंकियों ने बम से उड़ाया

Public Lokpal
September 28, 2021

पाकिस्तान के क़ायदे आज़म मुहम्मद अली जिन्ना की मूर्ति को बलूच आतंकियों ने बम से उड़ाया


कराची: पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की एक प्रतिमा को कथित तौर पर अशांत बलूचिस्तान प्रांत के तटीय शहर ग्वादर में बलूच आतंकवादियों ने ध्वस्त कर दिया। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार की सुबह प्रतिमा के नीचे रखे विस्फोटकों से इसे उड़ा दिया गया।

बीबीसी उर्दू के अनुसार, विस्फोट में मूर्ति पूरी तरह से नष्ट हो गई है और ट्विटर पर बलूच रिपब्लिकन आर्मी ने बमबारी की जिम्मेदारी ली है।

ग्वादर के उपायुक्त मेजर अब्दुल कबीर खान ने कहा कि मामले की उच्च स्तर पर जांच की जा रही है और उन्होंने कहा कि आतंकवादी पर्यटक के रूप में परिसर में घुसे। हालांकि, अधिकारी ने आश्वासन दिया कि जल्द ही बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, हालांकि विस्फोट के सिलसिले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। 

उन्होंने कहा, 'हम मामले को हर तरफ से देख रहे हैं और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा।'

बलूचिस्तान के पूर्व गृह मंत्री और मौजूदा सीनेटर सरफराज बुगती ने ट्वीट किया "#ग्वादर में कायद-ए-आज़म की प्रतिमा को गिराना पाकिस्तान की विचारधारा पर हमला है। मैं अधिकारियों से अपराधियों को उसी तरह से दंडित करने का अनुरोध करता हूं जैसे हमने ज़ियारत में कायद-ए-आज़म निवास पर हमले के लिए किया था। 

गौरतलब है कि बलूच आतंकियों ने जियारत में ऐतिहासिक इमारत कायदे आजम रेजीडेंसी में विस्फोट किया था। आतंकवादियों ने 121 साल पुरानी इमारत को पांच विस्फोटकों से उड़ा दिया, जिसके बाद गोलियां भी चलीं। पाकिस्तान के संस्थापक ने अपने अंतिम दिन इस स्थान पर बिताए जिसे उनकी मृत्यु के बाद राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया गया था।

25 दिसंबर, 1876 को पैदा हुए जिन्ना ने 1913 से 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान बनने तक आल इंडिया मुस्लिम लीग के नेता के रूप में कार्य किया। उन्होंने 1948 में अपनी मृत्यु तक पाकिस्तान के पहले गवर्नर-जनरल के रूप में कार्य किया।

NEWS YOU CAN USE

Top Stories

post
post
post
post
post
post
post
post
post
post
post
post

Advertisement

Pandit Harishankar Foundation

Videos you like

Watch More